मेथी दाना के फायदे – Benefits Of fenugreek






मेथी दाना Methi dana से हम सभी परिचित है। ये वही पीले रंग के दाने है जो अचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते है। इसी के कारण अचार में खुशबू और स्वाद का एक अनोखा आनंद मिलता है। अचार के अलावा दाना मेथी  Danamethi  दाल , कढ़ी , सब्जी आदि के तड़के मे भी स्वाद और महक के लिए डाला जाता है। यह सिर्फ स्वाद और महक ही नहीं बढ़ाता , बल्कि हमारे स्वास्थ्य की रक्षा भी करता है। मेथी दाना बहुत गुणकारी और फायदे मंद होता है। इंग्लिश में इसे फेनुग्रीक सीड Fenugreek Seeds कहते हैं।

मेथी दाना 


दुनिया में मेथी दाना का सर्वाधिक उत्पादन भारत में ही होता है। भारत में भी मेथी दाना राजस्थान में सबसे ज्यादा  ( लगभग 80 %) पैदा होता है। गुजरात , यूपी , एमपी , महाराष्ट्र , हरियाणा और पंजाब में भी इसका उत्पादन होता है।


हरी मेथी – Hari Methi

मेथी के पत्ते methi patte या हरी मेथी के गुण भी लगभग मेथी दाना जैसे ही होते है। हरी मेथी की पालक या आलू के साथ स्वादिष्ट सब्जी बनती है। हरी मेथी के सेवन से फास्फोरस मिलता है , जिससे दांत मजबूत होते है। इससे मिलने वाले आयरन से खून की कमी दूर होती है।

हरी मेथी खाने से माहवारी की समस्या दूर हो सकती है।







मेथी दाना में प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट तथा कई प्रकार के खनिज जैसे आयरन , कैल्शियम , पोटेशियम , मैग्नेशियम , कॉपर , मैगनीज तथा ज़िंक आदि होते है। इसके अतिरिक्त मेथी दाना कई प्रकार के विटामिन और जरुरी पोषक तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत है। जिसमे  विटामिन B 6 ,विटामिन A , विटामिन C , फोलिक एसिड , थायमिन , राइबोफ्लेविन तथा नियासिन आदि शामिल है।


मेथी में कई प्रकार के फायदेमंद फीटोन्यूट्रिएंट्स होते है। फीटो न्यूट्रिएंट्स पेड़ पौधों में पाए जाने वाले वे तत्व है जो पौधों को तो बीमारी ,फंगस आदि से बचाते ही है , हमारे लिए भी बहुत लाभदायक होते है। मेथी दाना में मौजूद फायबर तथा सेपोनिन इसे आश्चर्यजनक औषधि बनाते है। इसमें म्यूसिलेज नाम का एक चिपचिपा तत्व होता है। मेथी को पानी में भिगोने पर यह तत्व फैलकर मल्हम जैसे जैल में परिवर्तित हो जाता है। यह जैल शरीर के तंतुओं की मरम्मत कर उन्हें मजबूत बनाने का काम करता है। मेथी दाना अंकुरित करके खाया जा सकता है। मेथी दाना की किशमिश के साथ सब्जी बनाकर खाई जा सकती है। इसे साबुत ही पानी के साथ फांक सकते है या चूर्ण बनाकर बुरा चीनी मिलाकर फंकी ले सकते है। सर्दी के मौसम में मेथी के लडडू बनाकर खाये जा सकते है।


मेथी को अंकुरित करने की विधि :
 इसके लिए करने के लिए चार चम्मच मेथी दाना धोकर आधा गिलास पानी में  6 -7  घंटे के लिए भिगोदें। इसके बाद छान कर कपड़े में बांध कर अंकुरित करके खाएं। इसका बचा हुआ पानी भी पी लेना चाहिए। मेथी दाना की तासीर बहुत गर्म होती है। अतः गर्म प्रकृति के लोगों को ध्यान पूर्वक इसका उपयोग करना चाहिए।जिन लोगों के शरीर से किसी भी प्रकार से रक्त निकलता हो जैसे बवासीर के कारण , नकसीर के कारण , पेशाब में रक्त जाता हो , माहवारी के समय अधिक मात्रा में या अधिक दिन तक रक्त स्राव होता हो तो उन्हें मेथी का उपयोग बड़ी सावधानी और चिकित्सक की देख रेख में करना चाहिए। मेथी दाना रक्त स्राव बढ़ा सकती है। तेज गर्मी में भी मेथी का उपयोग कम ही करना चाहिए। सर्दी के मौसम में इसका उपयोगअधिक लाभदायक सिद्ध होता है।

कोलेस्ट्रॉल

मेथी में कोलेस्ट्रॉल को कम करने का गुण होता है। इससे हानिकारक LDL   कोलेस्ट्रॉल कम होता  है। यही वह कोलेस्ट्रॉल है जो रक्तवाहिकाओं में जमा होकर हार्ट अटैक पैदा कर सकता है। मेथी में मौजूद फायबर गेलेक्टोमेनन के कारण भी रक्त में कोलस्ट्रोल की मात्रा कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित उपयोग से रक्त में क्लोट बनने की सम्भावना कम हो जाती है। इस प्रकार मेथी से ह्रदय रोग से बचाव हो सकता है। मेथी की सब्जी इस परेशानी में लाभ देती है।


डायबिटीज

मेथी डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में मदद करती है। इससे पेशाब में शक्कर की मात्रा कम हो जाती है। इसके प्राकृतिक फायबर के कारण तथा इन्सुलिन पर मेथी दाना के उपयोग से पड़ने वाले प्रभाव से डायबिटीज में यह बहुत लाभदायक सिद्ध होती है। यह इन्सुलिन के बनने तथा इसके रक्त में प्रवाहित होने की गति दोनों पर अच्छा प्रभाव डालती है। इससे ब्लड शुगर बहुत ऊपर नीचे होना बंद होता है। रोजाना तीन चार चम्मच मेथी के उपयोग से अच्छे परिणाम आ सकते है। इसके गर्म प्रभाव से बचने के लिए मेथी दाना मोटा पिसा हुआ दो चम्मच और सौंफ एक चम्मच रात को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान कर यह पानी पिएँ।


स्तन सौन्दर्य

मेथी दाना की सब्जी खाने से अविकसित और छोटे स्तन बड़े और पुष्ट हो जाते है। साथ ही मेथी दाना को पानी के साथ बारीक पीसकर स्तन की हल्के हाथ से नियमित मालिश भी करनी चाहिए। इन दोनों के करने से स्तन के आकार में वृद्धि होती है।यदि स्तन में दूध सुखाना हो या स्तन में सूजन और दर्द हो तो मेथी की हरी पत्तियां पीस कर स्तन पर लगा कर दो घंटे बाद धो लें। इससे आराम मिल जाता है।


पाचन तंत्र

मेथी से कई प्रकार से पाचन तंत्र को फायदा पहुंचता है। इससे पेट और आँतों की जलन सूजन आदि में आराम मिलता है। यह पेट और आँतों के अल्सर में आराम दिलाती है । इसके पानी में घुलनशील फायबर आँतों की सफाई करके कब्ज मिटाते है तथा आँतों की शक्ति बढ़ाते है। इससे भूख खुल कर लगने लगती है। खाने में अरुचि हो जाने पर इससे रुचि जाग्रत हो जाती है। मेथी मेटाबोलिज्म को भी सुधारती है। जिसके कारण कमजोरी दूर होती है।


आँतों के कैंसर से बचाव

मेथी में कैंसर को मिटाने के गुण होते है। मेथी में पाया जाने वाला डिओसजेनिन नामक तत्व आँतों के कैंसर से बचाव करने में सक्षम होता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले सैपोनिन , म्यूसिलेज , पेक्टिन आदि तत्व आँतों के म्युकस मेंब्रेन की रक्षा करते है। इस तरह आंतों पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव से मुक्ति दिलाकर यह कैंसर होने से बचाती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी बचाव संभव है।


गठिया

यह वात के कारण जोड़ों के दर्द , गठिया अर्थराइटिस रोग से मुक्ति दिला सकती है। एक चम्मच पिसा हुआ मेथी दाना सुबह खाली  पेट गर्म पानी के साथ नियमित लेने से जॉइंट पैन में बहुत आराम आता है। मेथी के लडडू ( मेथी , आटा और गुड़ से बनाये जाते है )  खाने से भी जोड़ों का दर्द नहीं सताता है। टूटी हुई हड्डी इसके उपयोग से जल्दी जुड़ती है। मेथी के लड्ड़ू बनाने की विधि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।


यौन शक्ति

पुरुषों में होने वाली लिंग उत्थान की समस्या इससे हल हो सकती है। इसके अलावा यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में इजाफा करके अन्य समस्या को भी ठीक करने में मदद करती है। रात को सोते समय आधा चम्मच पिसा हुआ मेथी दाना तथा आधा चम्मच धनिया पाउडर मिलाकर गर्म दूध के साथ नियमित एक महीने लेने से पुरुषों में यौन शक्ति में बढ़ोतरी होती है।


मेनोपोज़

मेनोपोज़ के समय स्त्रियों को कई  तरह की परेशानियां होती है जैसे डिप्रेशन , मूड बदलना ,  क्रेम्प आना , रात को बहुत पसीना आना आदि। मेथी के उपयोग से इनमे कमी हो सकती है। क्योंकि इसें स्त्री हार्मोन इस्ट्रोजन जैसे तत्व होते है। इसके अलावा इससे स्त्रियों को होने वाली अन्य हार्मोन संबंधी परेशानियां भी कम होती है।


गले की खराश

मेथी में पाया जाने वाला म्यूसिलेज नामक तत्व गले की खराश और कफ आदि में आराम दिलाता है। दो कप पानी में दो चम्मच दाना मेथी डालकर उबाल लें। इसे छानकर इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर पियें। इससे गले की खराश , जुकाम , कफ आदि में आराम मिलता है। मेथी उबाल कर छाने हुए पानी से कुल्ला करने से मुँह की दुर्गन्ध मिटती है।


बालों के लिए

बालों के लिए मेथी कंडीशनर का काम करती है। इससे रुसी में भी आराम मिलता है। इसे घर पर किये जाने वाले हेयर स्पा के लिए



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