पोषक तत्वों से भरपूर है मूंग दाल/ Mung Dal is best Nutrition




मूंग दाल साबुत हो या धुली, पोषक तत्वों से भरपूर होती है। अंकुरित होने के बाद तो इसमें पाए जाने वाले तत्वों केल्शियम, आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन्स की मात्रा दोगुनी हो जाती है। मूंग शक्तिवर्द्धक होती है। ज्वर और कब्ज के रोगियों के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।मूंग दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है यही कारण है कि अधिकतर डॉक्टर बढ रहे बच्चों को दाल का अधिक से अधिक सेवन करने की सलाह दे देते हैं।अगर आपको आयरन की कमी है, तो अपने खाने में मूंग शामिल करें। आमतौर पर, वेजिटेरियन लोग अपने खाने में कम आयरन लेते हैं। 

अपनी डायट में यह छोटा सा बदलाव करके आप आयरन की कमी दूर कर सकते हैं जिससे आपका एनीमिया का खतरा कम हो जाएगा। मूंग दाल खाने से स्किन कैंसर से सुरक्षा भी मिलती है। जी हां, जब आप सूर्य की किरणों या फिर पर्यावरण प्रदूषण के संपर्क में आते हैं तो आपकी स्किन में फ्री रेडिकल्स घुस जाते हैं, जिससे त्वचा को हानि पहुंचती है, लेकिन अगर आप अपने खाने में मूंग दाल को शामिल करते हैं तो आपको एंटीऑक्सीडेंट्स मिलेंगे जो आपको स्किन कैंसर से रक्षा करेंगे।मूंग दाल खाने से स्किन कैंसर से सुरक्षा भी मिलती है। जी हां, जब आप सूर्य की किरणों या फिर पर्यावरण प्रदूषण के संपर्क में आते हैं तो आपकी स्किन में फ्री रेडिकल्स घुस जाते हैं, जिससे त्वचा को हानि पहुंचती है, लेकिन अगर आप अपने खाने में मूंग दाल को शामिल करते हैं तो आपको एंटीऑक्सीडेंट्स मिलेंगे जो आपको स्किन कैंसर से रक्षा करेंगे।
अगर आपको दाद, खाज-खुजली की परेशानी है तो मूंग की दाल को छिलके सहित पीस लें। इस को प्रभावित जगह पर लगाने से आपको लाभ होगा।एक-दो मुट्ठी मूंग मिट्टी के बर्तन में डालकर उसमें एक लीटर पानी मिलाकर धीमी आंच पर पका कर पासवन निकाल लें। बीमार व्यक्ति को यह पसावन पीने को दें। पसावन यदि फीका लगे तो घी और जीरे का बघार देकर सेंधा नमक या थोडा सा सादा नमक डालकर भी दे सकते हैं। बीमार व्यक्तियों के लिए मूंग का पसावन सर्वोत्तम पेय है।

दालों में प्रोटीन की भरपूर मात्र पाई जाती है। इसलिए बढ़ती उम्र के बच्चों को दाल खिलाने की सलाह दी जाती है। अगर स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाये तो मूंग की दाल को सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। मूंग की दाल में पोषक तत्वों की भरमार होती है।

मूंग की दाल पचाने में आसान होती है इसलिए इसे रोगियों का आहार बताया जाता है। इसी वजह से कई लोग इसे एक फीकी स्वाद वाली दाल मानते हैं, लेकिन मूंग की दाल को कई तरह से बनाया जा सकता है।

मूंग की दाल से कई तरह की स्वादिष्ट चीज़ें बनाई जा सकती हैं जैसे पापड़, मूंग की दाल की बड़ी, मूंग की दाल का लड्डू या फिर मूंग की दाल का हलवा। इसके अलावा मूंग की दाल की नमकीन को ज्यादातर लोग पसंद करते हैं।



मूंग की दाल के कई फायदे हैं जैसे –

1.मूंग की दाल की सबसे बड़ी खासियत यह है की यह पचाने में आसान होती है और शरीर को ठंडक पहुंचाती है।



2.मूंग की दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट तथा रेशे जैसे तत्व पाए जाते हैं। इससे कफ और पित्त के विकारों में फायदा मिलता है।



3.मूंग की दाल खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।





4.मूंग दाल की खिचड़ी खाने से पेट सही रहता है और कांस्टीपेशन की समस्या दूर होती है।



5.मूंग के आटे का हलवा शक्तिवर्धक होता है। सर्दियों में इसे खाने से शरीर में गर्मी आती है।


6.टायफाइड होने पर इसके सेवन से रोगी को बहुत राहत मिलती है लेकिन सादी मूंग की दाल का सेवन फायदेमंद रहता है।


7.बीमारी के वक्त शरीर की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है, इसलिए इस समय मूंग की दाल खाने की सलाह दी जाती है।



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