श्वेडागोन पगोडा
बर्मा की राजधानी यांगोन में स्थित एक 99 मीटर ऊँचा सोने से ढका हुआ पगोडा और स्तूप है। यह कन्डोजी झील से पश्चिम में सिन्गुटरा पहाड़ी पर स्थित है और पूरे यांगोन शहर से ऊँचाई पर है। यह बर्मा का सब से महत्वपूर्ण और शुभ पगोडा माना जाता है और इसमें पिछले पाँच बुद्धों की कुछ यादगारें हैं काकूसंध की छड़ी, कोणगमन की पानी की छन्नी, कश्यप के वस्त्र का एक अंश और गौतम बुद्ध के बालों के आठ रेशे यहां गिरे थे।
बौद्धनाथ
बौद्धनाथ काठमाण्डू के पूर्वी भाग में स्थित प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप तथा तीर्थस्थल है। एसा माना जाता है कि यह दुनिया के सबसे बड़े स्तूपों में से एक है। यह विश्व धरोहर में शामिल है। इस स्तूप के बारे में माना जाता है कि जब इसका निर्माण किया जा रहा था तब इलाके में भयंकर अकाल पड़ा था। इसलिए पानी न मिलने के कारण ओस की बूंदों से इसका निर्माण किया गया। स्तूप 36 मीटर ऊंचा है और स्तूप कला का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।
बागान
बागान म्यांमार का एक प्रचीन कस्बा है। ये आयरवाडी नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यहां पर प्रचीन काल में बर्मा के राजा ने बहुत से मंदिरों का निर्माण करवाया था। यह जगह बुद्ध मंदिरों के गढ़ के रुप में मशहूर है। यहां पर 4000 से भी अधिक बुद्ध मंदिर हैं। जिन्हें देखने के लिए के लिए दूर दूर से सैलानी आते हैं। बागान में हुए ज्यादातर मंदिरों का निर्माण 10 से 12 वीं शताब्दी के बीच हुआ था। यहां के राजा ने और भी जगहों पर बौद्ध मंदिरों का निर्माण करवाया था।
सांची
भारत के मध्य प्रदेश में सांची एक छोटे से गांव का नाम है। ये स्थान स्तूफों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर तीसरी शताब्दी में बने सैकड़ों की संख्या में स्तूफ बने हुए हैं। इन्हें देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में दूर-दूर से सैलानी आते हैं। यहां पर सम्राट अशोक द्वारा बनाया गया सबसे पुराना स्तूफ भी है। ये अपने आप में आर्कीटेक्चर का बेहतरीन नमूना है। सम्राट अशोक भी बुद्ध के अनुयायी थे। ये बुद्ध के आठ पवित्र स्थानों में से एक है।
लुम्बिनी
लुम्बिनी बुद्ध का जन्मस्थान है। विश्व भर में बुद्ध के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से लुम्बिनी एक है। ये नेपाल में रुपादेही जिले में स्थित है। लुम्बिनी वो स्थान है जहां बुद्ध ने अपने जीवन के 29 वर्ष बिताए थे। वर्तमान समय में लुम्बिनी यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज साइट में शुमार है। इसे 1997 में यूनेस्को ने वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित किया था। नेपाल के इस तीर्थ स्थल में हर साल हजारों की संख्या में बुद्ध धर्म के अनुयायी आते हैं।
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बर्मा की राजधानी यांगोन में स्थित एक 99 मीटर ऊँचा सोने से ढका हुआ पगोडा और स्तूप है। यह कन्डोजी झील से पश्चिम में सिन्गुटरा पहाड़ी पर स्थित है और पूरे यांगोन शहर से ऊँचाई पर है। यह बर्मा का सब से महत्वपूर्ण और शुभ पगोडा माना जाता है और इसमें पिछले पाँच बुद्धों की कुछ यादगारें हैं काकूसंध की छड़ी, कोणगमन की पानी की छन्नी, कश्यप के वस्त्र का एक अंश और गौतम बुद्ध के बालों के आठ रेशे यहां गिरे थे।
बौद्धनाथ
बौद्धनाथ काठमाण्डू के पूर्वी भाग में स्थित प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप तथा तीर्थस्थल है। एसा माना जाता है कि यह दुनिया के सबसे बड़े स्तूपों में से एक है। यह विश्व धरोहर में शामिल है। इस स्तूप के बारे में माना जाता है कि जब इसका निर्माण किया जा रहा था तब इलाके में भयंकर अकाल पड़ा था। इसलिए पानी न मिलने के कारण ओस की बूंदों से इसका निर्माण किया गया। स्तूप 36 मीटर ऊंचा है और स्तूप कला का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।
बागान
बागान म्यांमार का एक प्रचीन कस्बा है। ये आयरवाडी नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यहां पर प्रचीन काल में बर्मा के राजा ने बहुत से मंदिरों का निर्माण करवाया था। यह जगह बुद्ध मंदिरों के गढ़ के रुप में मशहूर है। यहां पर 4000 से भी अधिक बुद्ध मंदिर हैं। जिन्हें देखने के लिए के लिए दूर दूर से सैलानी आते हैं। बागान में हुए ज्यादातर मंदिरों का निर्माण 10 से 12 वीं शताब्दी के बीच हुआ था। यहां के राजा ने और भी जगहों पर बौद्ध मंदिरों का निर्माण करवाया था।
सांची
भारत के मध्य प्रदेश में सांची एक छोटे से गांव का नाम है। ये स्थान स्तूफों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर तीसरी शताब्दी में बने सैकड़ों की संख्या में स्तूफ बने हुए हैं। इन्हें देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में दूर-दूर से सैलानी आते हैं। यहां पर सम्राट अशोक द्वारा बनाया गया सबसे पुराना स्तूफ भी है। ये अपने आप में आर्कीटेक्चर का बेहतरीन नमूना है। सम्राट अशोक भी बुद्ध के अनुयायी थे। ये बुद्ध के आठ पवित्र स्थानों में से एक है।
लुम्बिनी
लुम्बिनी बुद्ध का जन्मस्थान है। विश्व भर में बुद्ध के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से लुम्बिनी एक है। ये नेपाल में रुपादेही जिले में स्थित है। लुम्बिनी वो स्थान है जहां बुद्ध ने अपने जीवन के 29 वर्ष बिताए थे। वर्तमान समय में लुम्बिनी यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज साइट में शुमार है। इसे 1997 में यूनेस्को ने वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित किया था। नेपाल के इस तीर्थ स्थल में हर साल हजारों की संख्या में बुद्ध धर्म के अनुयायी आते हैं।
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