जानिए, गुणकारी लौंग के फायदे | Benefits of clove



जानिए, गुणकारी लौंग के फायदे | Benefits of clove
लौंग भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ ही आयुर्वेदिक औषधि का भी काम करती है। आकार में छोटी दिखाई देने वाली लौंग को मसालों के अलावा भी कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। सर्दी-जुकाम जैसी साधारण परेशानियों से लेकर कैंसर जैसे गंभीर रोग के इलाज में भी इसको प्रयोग किया जाता है।
लौंग के दो प्रकार की होते हैं, पहली तेज सुगंध वाली और दूसरी नीले रंग की। नीले रंग की लौंग का तेल मशीनों से निकाला जाता है। इस तेल की महक तेज होती है और स्वाद में यह साधारण लौंग से तीखी होती है। लौंग के तेल को औषधि के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है। इसका तेल त्वचा पर लगाने से कीड़े मर जाते हैं और दांत में लगाने से दांत दर्द में आराम मिलता है।

 
1. दांत दर्द में उपयोगी : लौंग का तेल दांत, मसूड़ों में दर्द और मुंह में अल्सर के लिए खासतौर पर उपयोगी होता है। यह सांसों की बदबू को दूर करने का काम करता है। दांत में दर्द होने पर लौंग के तेल की कुछ बूंदें फाहे पर डालकर दर्द वाले हिस्से पर रखें आराम मिलेगा।
 
2. संक्रमण : एंटीसेप्टिक गुणों के कारण यह चोट, घाव, खुजली और संक्रमण में भी काफी उपयोगी होता है। इसका उपयोग कीटों के काटने या डंक मारने पर भी किया जाता है लेकिन संवेदनशाल त्वचा पर इसे नहीं लगाना चाहिए।
 
3. त्वचा की देखभाल : लौंग के तेल का इस्तेमाल त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल मुंहासे के उपचार में भी किया जाता है।
 
4. तनाव : अपने विशिष्ट गुण के कारण यह मानसिक दबाव और थकान को कम करने का काम करता है। यह अनिद्रा के मरीजों और मानसिक बीमारियों जैसे कम होती याददाश्त, अवसाद और तनाव में उपयोगी होता है।
 
5. सिरदर्द : लौंग के तेल में नमक मिलाकर सिर पर लगाने से ठंडक का एहसास होता है। नारियल के तेल में लौंग के तेल की 8-10 बूंदें डालकर सिर पर मालिश करने से सिरदर्द जाता रहता है।
 
6. सांस की बीमारी : लौंग के तेल का इस्तेमाल खांसी, जुकाम, अस्थमा, तपेदिक, फेफड़े में सूजन आदि बीमारियों के उपचार में उपयोगी होता है। गले में खराश के दौरान लौंग को चूसना फायदेमंद होता है।

 7. कान में दर्द : लौंग के तेल को तिल के तेल (सेसमी आयल) के साथ मिलाकर डालना से दर्द में राहत मिलती है।

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