अकबर बादशाह के समय में बीरबल प्रधानमंत्री थे | एक दिन बादशाह ने बीरबल को बुलाया और कहा कि बीरबल- मैंने रात में एक ख्वाब देखा है | बीरबल ने कहा कि जहाँपनाह ! क्या ख्वाब देखा है | बादशाह ने बताया कि मैंने यह देखा कि मेरे महल के दोनों तरफ दो तालाब हैं | एक तालाब में शहद भरा है और दूसरे में पखाना | बीरबल ने पूछा कि हुजूर, सरदार आगे क्या देखा ? इस पर बादशाह ने जवाब दिया कि बीरबल शहद वाले तालाब में तो मैं पड़ा था और पखाने वाले तालाब में तुम थे | बीरबल बोला कि इसके आगे आपने क्या देखा|
बादशाह ने कहा कि इसके बाद मेरी नींद खुल गई | इस पर बीरबल तुरन्त बोल उठे कि सरकार इसके आगे मैंने देखा | बादशाह बोले कि बीरबल तुमने क्या देखा | बीरबल ने बताया कि हुजूर मैंने यह देखा कि मैं आपको चाट रहा था और आप मुझको चाट रहे थे |
बादशाह झेंप गया और कहने लगा कि बीरबल तुम इतने होशियार हो तो तुम्हारे वालिद तो तुमसे भी ज्यादा अक्लमंद होंगे | मैं उनसे मिलना चाहता हूं | बीरबल ने कहा कि सरकार वह देहात के रहने वाले सीधे साधे हैं | किंतु बादशाह ने कहा कि मेरी बड़ी इच्छा है कि उनके दर्शन करूं | बीरबल ने बादशाह का मतलब समझ लिया और बोला कि अच्छी बात है | कुछ दिनों बाद उसने समाचार भेजकर अपने पिता को बुलाया | उनके लिये बहुत ही सुन्दर पोशाक बनवाया और समझाया कि पिता जी - बादशाह आपसे मिलना चाहता है | आप जब दरबार में जाइऐगा तो बादशाह को सलाम करके बैठ जाएयेगा | बादशाह आपसे कुछ भी पूछे – कोई उत्तर न दीजिएगा |
एक दिन बीरबल के पिता जी खूब सज धज कर दरबार में पहुंचे | बादशाह को खबर की गई कि बीरबल के पिता जी आये हैं | बादशाह थोड़ी देर में आया | उसे देखकर बीरबल के पिता जी ने सलाम किया और बैठ गए | बादशाह ने पूछा कि आप बीरबल के पिता हैं | पिताजी चुप थे | उसने फिर पूछा कि आप का नाम क्या है | वे अब भी चुप रहे और कुछ नहीं बोले | आगे बादशाह ने पूछा कि गाँव की खेती इस साल कैसी है ? पिता जी चुप रहे |
बादशाह ने दर्जनों सवाल किये किन्तु बीरबल के पिता ने जबान तक नहीं हिलाई | बादशाह खीज उठा और यह कहते हुए अन्दर चला गया कि किस मुर्ख से आज पाला पड़ा |
बादशाह के जाने के बाद बीरबल के पिता जी भी उठकर घर चले आये और उन्होंने बीरबल से सारी बातें बता दी | बीरबल ने कहा कि ठीक है | चार दिन बाद बीरबल दरबार पहुंचे तो अकबर बादशाह ने कहा अरे बीरबल सुनो तुमसे एक जरुरी बात करनी है | बीरबल करीब आये तो बादशाह ने कहा कि बीरबल - “यदि मूर्खों से पाला पड़ जाय तो क्या करना चाहिए”
इस पर बीरबल तपाक से बोल पड़ा कि हुजूर सरकार चुप्प रहना चाहिए
यह सुनकर बादशाह कि आँखें नीची हो गयी|
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