चीकू (sapota) जो दिखाने में आलू के जैसा भूरे रंग का होता है। स्वाद में मीठा और गुणों से भरपूर होता है। हमारे शरीर के लाभकारी होता है। ये गुर्दे (Kidney) व् ह्रदय (Heart) से जुड़े हमारे तमाम समस्याओं को दूर करता है. इसमें पाया जाने वाला भरपूर आयरन (Iron) हमारे शरीर में खून (Blood) की कमी को भी दूर करता है. कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व (nutritional value)भी इसमें पाए जाते हैं.
मुख्य लाभ् Main Benefits
1. पेट के लिए (good for stomach)
पेट में होने वाली कई तरह की परेशानियों को दूर करने में चीकू प्रमुख भूमिका निभाता है. चीकू आंतों को मजबूत बनाने, भूख को बढ़ाने और यूरिन की कमी एवं जलन को दूर करने में सहायक साबित होता है. चीकू में टैनिन नाम का एक उत्कृष्ट एंटीइनफ्लेमेट्री एजेंट पाया जाता है. जो कि हैं कई तरह की पेट की समस्याओं से निपटने में सहायता करता है. इसमें पाया जाने वलाल विटामिन-ए हमारी आँखों की समस्याओं को दूर करने में काफी उपयोगी है. इसमें ग्लूकोज की अधिकता होने के कारण ये शरीर को ऊर्जा देने का भी काम करता है. काफी मात्रा में पाया जाता है जो शरीर को एनर्जी देने का काम करता है.2. गुर्दे के लिए ( Benefits for kidney)
चीकू में मौजूद तमाम लाभदायक benefit तत्व हमारे गुर्दे के लिए काफी उपयोगी साबित होता है. ये गुर्दे व् ह्रदय से जुड़े हमारे तमाम समस्याओं को दूर करता है. इसमें पाया जाने वाला भरपूर आयरन हमारे शरीर में खून की कमी को भी दूर करता है. कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व भी इसमें पाए जाते हैं.3. गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी चीकू बेहद फायदेमंद साबित होता है. दरअसल इसमें तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि इस दौरान आवश्यक होते हैं. हमारे हड्डियों के लिए जरुरी कैल्शियम व फॉस्फोरस जैसे खनिज भी काफी सहायक हैं.
चीकू के अन्य फायदे । Other benefits of Sapota
- ये हमारे दिल और रक्त वाहिकाओं के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होता होता है.
- ये कब्ज और दस्त की बिमारी को ठीक करने बहुत सहायक होता है.
- चीकू कैंसर के खतरे को भी कम करने में काफी मददगार है.
- इसमें पाया जाने वाला बीटा क्रिप्टोक्सैन्थीन फेफड़ो के कैंसर के खतरे को भी कम करता है.
- चीकू एनिमिया होने की संभावना से भी हमें बचाने काम करता है.
- यह हृदय रोगों और गुर्दे के रोगों से भी हमें बचाने का काम करता है.
- इसे खाने से आंतों की शक्ति बढती है और आंतें अधिक मजबूत होती हैं.
- इसकी छाल में बुखार नाशक गुण पाया जाता है. ऐसा इसकी छाल में पाए जाने वाले टैनिन के कारण संभव हो पाता है.
- इसके फल में थोड़ी सी मात्रा में संपोटिन नामक तत्व रहता है. चीकू के बीज मृदुरेचक और मूत्रकारक माने जाते हैं. चीकू के बीज में सापोनीन एवं संपोटिनीन नामक कड़वा पदार्थ होता है.
- इसके पे़ड की छाल से निकले चिकना दूधिया- `रस-चिकल` नामक गोंद से चबाने का गोंद च्युंइगम बनता है. यह छोटी-छोटी वस्तुओं को जो़डने के काम आता है. दंत विज्ञान से संबन्धित शल्य चिकित्सा में `ट्रांसमीशन बेल्ट्स` बनाने में इसका उपयोग होता है.
- चीकू ज्वर के रोगियों के लिए भी एक अत्यंत उपयोगी पदार्थ है.
- भोजन के एक घंटे बाद यदि चीकू का सेवन किया जाए तो यह निश्चित रूप से लाभ कारक है.
- चीकू के नित्य सेवन से धातुपुष्ट होती है तथा पेशाब में जलन की परेशानी दूर होती है. http://Rhododendron Ayurvedic remedies इसे भी पढ़े
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