प्रेरक प्रसंग: आख़िरी पड़ाव नहीं है नाकामयाबी






आज दसवीं का रिज़ल्ट था . कविता मैम …सुबह से टेंस थी. पता नहीं ….इस बार उसके स्कूल का कौन सा बच्चा …फेल होने के कारण …कोई ग़लत कदम उठा ले.

पिछले साल ही ..स्कूल का सबसे हरफ़नमौला छात्र चिराग ने ….लोवर ग्रेड के कारण….बड़े ही दर्दनाक ढंग से ख़ुदकुशी कर ली थी . वह स्कूल के बॉलीवॉल टीम का कॅप्टन भी था. 

और सौम्या …ने भी ….एक सब्जेक्ट में फेल होने के कारण …..ख़ुदकुशी का प्रयास किया था. थैंक गॉड ….वह बच गयी थी.

ठीक चार बजे शाम को …जब रिज़ल्ट ऑनलाइन हुआ …कविता मैम ने लिस्ट में सबसे पहले असफल स्टूडेंट्स और लोवर ग्रेड वाले छात्रों का नाम देखा …..कुल चार नाम थे …कनिष्क , मोहित, सुरभि और अनुपमा.
उन्होने तुरंत….उन चारों को फोन किया …..डियर ….रिज़ल्ट में कुछ गड़बड़ी हैं…स्कूल को मैसेज आया हैं…तुरंत आकर .....स्कूल के असेंब्ली हॉल में मिलो.

और मैम ने तुरंत वॉटस अप के ज़रिए सभी सफल स्टूडेंट्स को भी …….फ़ौरन …स्कूल के असेंब्ली हॉल में एकट्ठा होने को कहा.

अगले दो घंटे में …..असेंब्ली हॉल …..करीब -55- स्टूडेंट्स …...बड़े ही बेसब्री से मेडम की प्रतीक्ष कर रहे थे .
. एक बड़ा स्टेज सजाया गया था . कुर्सियाँ रखी गयी थी. गुलदस्ते रखे थे. 

मैडम के आते ही…हॉल मे “ गुड ईव्निंग “, मैम का शोर उभरा ….जिसमे ….बेहद खुशी …कम खुशी और उदासी की मिली जुली आवाज़ें थी. स्कूल के और भी टीचर्स भी मंच पर थे .

मैम ने माइक लेकर बोलना शुरू किया ……” मेरे प्यारे स्टूडेंट्स …..सॉरी फॉर रॉंग इन्फर्मेशन . रिज़ल्ट के गड़बड़ी की खबर मैने केवल तुम सब को बुलाने के लिए दी थी. "

मुझे सफल छात्रों से पहले चूक गये छात्रों से बात करनी हैं. और मैं पहले बुलाना चाहूँगी उन स्टूडेंट्स को जो अगली बार पास होने वाले हैं.

मुँह लटकाएँ एक एक कर चारों छात्र-छात्राएँ स्टेज पर आ गये. 

कविता मैडम ने उन चारों को पहले शपथ दिलवाई कि …पिछले साल के चिराग और सौम्या की तरह वे कोई ग़लत कदम नहीं उठाएँगे .
फिर उसने उन चारों का मुँह मीठा करवाया -" तुम चारों आज हार कर भी विजेता हो . तुम्हें ….एक हार नहीं तोड़ सकती ….तुम्हें एक साल और अच्छे से तैयारी कर के …खुद को साबित करना हैं……तुम सब अपने अपने घरों के सबसे अनमोल हीरे हो….पूछो चिराग की माँ से.....कि ... उन्हे चिराग चाहिए था ….या ….उसका उस साल सफल होना ज़रूरी था. वे आज भी बेटे के गम में रो रहे .

और तुम्हें किसी से शर्माने की ज़रूरत नहीं ….कि तुम सब फेल हो गये या लोवर ग्रेड आया हैं…..क्योकि…पूरे देश में कल कितने हारे हुए बच्चे ( भगवान ना करे ) ख़ुदकुशी कर लेंगे …मगर …तुम चारों पूरे समाज को मैसेज दो कि तुम सब विनर हो…. अगले मैच के विनर .

“ नाकामयाबी एक पड़ाव हैं…..आख़िरी पड़ाव नहीं….इसके आगे निकल कर ही …कई कामो में असफल रहा…कई चुनावों में हारा …एक अमरीकी ….अमरीका का ऑल टाइम फ़ेवरेट प्रेसीडेंट अब्राहम लिंकन के नाम से जाना जाता हैं.

हवाई जहाज़ों के निर्माता बंधुयों ने शुरुआत एक साइकल की दुकान से की थी. 

मैंने अपने कैरियर में 900 से ज्यादा शॉट्स मिस किये, करीब 300 मैचों में नाकाम रहा , 26 मौकों पर विनिंग शॉट्स गंवाए . मैं बार बार नाकाम रहा ...मगर ना उम्मीद नहीं हुआ ...और इसी कारण मैं कामयाब भी रहा ” पता हैं यह किसकी कहानी हैं द ग्रेटेस्ट बास्केट बॉल प्लेयर …………..”

“ माइकल जोर्डन की “ भीड़ से आवाज़ आई.

“एक लड़का जो रामेश्वरम में अख़बार बेचा करता था . जिसकी बनाई पहली मिसाइल फेल हो गयी थी”
“ अब्दुल कलाम “ भीड़ से दूसरी आवाज़ आई

“ और तुम लोग उस युवक के बारे में जानते होगे …जिसे एक न्यूज़ पेपर के ऑफीस से “ लैक ऑफ इमॅजिनेशन एंड गुड आइडिया “ कह कर निकाल दिया गया था…..मगर उसने सुसाइड नही किया बल्कि वॉल्ट डिज़्नी बना.

मैडम के उदाहरणों से असफल हुए स्टूडेंट्स के चेहरे पर छाई उदासी ख़त्म हो रही थी.

“नाकाम होने के बाद भी हिम्मत टूटने नहीं देना …..यह है "रियल विनर " की निशानी …तो ऑडियेन्स बता ओ आज का सच्चा विनर कौन हैं भीड़ में से उन चारों के फ्रेंड्स ने ……खूब ज़ोर से कहा .. 
कनिष्क , 
मोहित,
सुरभि
अनुपमा.”

वाउ…..असफलता का जश्न पहली बार देखा था और यह जश्न अपने उद्देश्य में सफल भी रहा.

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