सत्तू अपने आप में एक समपूर्ण आहार माना जाता है। क्या आपने कभी सत्तू का स्वाद चखा है? इसके कई गुणों के कारण गर्मी के दिनों में सत्तू का सेवन कई स्थानों पर किया जाता है। बिहार के लोगों के अलावा भी अन्य लोग भी इसे काफी खुश होकर खाते हैं। सत्तू को लोग कई तरह से खाते हैं। कोई इसका शरबत बनाकर पीता है तो कोई इसके स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर खाते हैं।
आपको बता दें कि सत्तू को इतना पसंद किए जाने का कारण सिर्फ इसका स्वाद ही नहीं है बल्कि सेहत से जुड़े यह अनमोल फायदे भी हैं।
सत्तू के फायदे-
1- जौ और चने के मिश्रण से बने सत्तू को पीने से मधुमेह रोग में लाभ होता है।
2- सत्तू कफ, पित्त, थकावट, भूख, प्यास और आंखों की बीमारी में लाभकारी है। डॉक्टरों की मानें तो यह पेट के रोगों के लिए फायदेमंद होता है।
3- विशेषज्ञों के अनुसार सत्तू आहार है, औषधि नहीं इसीलिए इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता।
4- चने का सत्तू गर्मी में पेट की बीमारी और तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
5- सत्तू में फाइबर, कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, स्टार्च और अन्य खनिज पदार्थ होते हैं।
6- इसे पानी के साथ लेने से पेट ठंडा रहता है। चने के सत्तू में मूंग और सोया मिला लेने से सत्तू सेहत के लिए और फायदेमंद हो जाता है।
7- सत्तू में रक्तसाफ करने का गुण होता है जिससे खून की गड़बडियां दूर होती हैं।
कैसे करें सेवन-
1- सत्तू को ताजे पानी में घोलना चाहिए, गर्म पानी में नहीं।
2- सत्तू सेवन के बीच में पानी न पिएं।
3- इसे रात्रि में नहीं खाना चाहिए।
4- सत्तू का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। इसका सेवन सुबह या दोपहर में एक बार ही करना चाहिए। सत्तू का सेवन दूध के साथ नहीं करना चाहिए।
5- कभी भी गाढे सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि गाढा सत्तू पचाने में भारी होता है। पतला सत्तू आसानी से पच जाता है ।
6- इसे ठोस और तरल, दोनों रूपों में लिया जा सकता है।
7- यदि आप चने के सत्तू को पानी, काला नमक और नींबू के साथ घोलकर पीते हैं, तो यह आपके पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
8- सत्तू के सेवन से ज्यादा तैलीय खाना खाने से होने वाली तकलीफ खत्म हो जाती है और तेल निकल जाता है।
9- इसमें बहुत पोषण होता है इसलिए बढ़ते बच्चों को जरूर दे ।
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