कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है गन्ने का रस कितना



गन्ने का रस एक शीतल पेय पदार्थ है जो कि बड़ा ही टेस्टी लगता है। इसे पीने से कई तरह की बीमारियां जैसे, एनीमिया, जौण्डिस, हिचकी आदि ठीक हो जाते हैं। अम्लपित्त, रोगों में गन्ने का ताजा रस काफी फायदेमंद है। यह तो हम सब जानते हैं कि हमारे गांव में गन्‍ने से कई मिठास प्रदान करने वाले पदार्थ बनाये जाते हैं जैसे-गुड़, राब, शक्कर, खांड, बूरा, मिश्री। गन्‍ने में मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्‍सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।
इसके अलावा बुखार होने पर गन्‍ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है। एसीडिटी के कारण होने वाली जलन में भी गन्ने का रस लाभदायक होता है। गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है।गर्मियों में ठंडक का एहसास दिलाएं ये फलगन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है। ऐसे ही गन्‍ने के कई लाभ हैं जिनके बारे में आज हम आपको अच्‍छी तरह से बताने वाले हैं। आइये जानते हैं-

पीलिया ठीक करने के लिये रोज दो गिलास गन्‍ने के रस में नींबू और नमक मिला कर पीना चाहिये।संक्रमणमूत्र पथ के संक्रमण, यौन संचारित रोगों और पेट में सूजन आदि गन्‍ने के रस से ठीक हो जाती है।किडनीपथरी तभी बनती है जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है और लगातार पानी की कमी को पूरा करने से यह ठीक भी हो जाती है। इसे गायब करने के लिये रोज गन्‍ने का जसू पीजिये क्योंकिे यह स्‍टोन को तोड़ कर उसे घुला देता है।

मधुमेह

यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो गन्‍ने का जूस पी सकते हैं क्‍योंकि यह ब्‍लड ग्‍लूकोज लेवल को बैलेंस कर के रखता है। इसमें बिल्‍कुल भी हानिकारक मिठास नहीं होती।

पोषण संबंधी लाभगन्ने में बहुत सा विटामिन और मिनरल पाया जाता है जो कि शरीर के लिये बहुत अच्‍छा माना जाता है। गन्ने के रस में फास्फोरस, लोहा, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है।

सर्दी, जुखाम और गले की खराशयदि आप सोचते हैं कि गन्‍ने का रस मीठा होता है इसलिये यह सर्दी, जुखाम में पीने के लिये खराब है तो आप गलत हैं। यह सर्दी जुखाम को पल भर में सही कर देता है।

कैंसरअल्‍कलाइन प्रकृति होने की वजह से यह कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष रूप से प्रोस्‍ट्रेट , पेट, फेफड़े और स्तन कैंसर।पानी की कमी पूरी करेकई लोगों को ज्यादा पानी पीने की आदत नहीं होती जिससे उन्हें डी हाइड्रेशन हो जाता है। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसके लिये गन्‍ने का रस पीजिये। गर्मियों में भी अपने शरीर को ठंडा रखने के लिये गन्‍ने का रस पीजिये।

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