हरड़ के फायदे


 
आयुर्वेद में हरड़ को कई बीमारियों की अचूक औषधि कहा गया है। यह शरीर में गैस से होने वाली बीमारियों को दूर करती है साथ ही साथ यह जीवन को लंबा और निरोग भी बनाती है । हरड़ को Terminaliya Chebula/Myrobalans कहा जाता है । आयुर्वेद में हरड़ संजीवनी का काम करती है। और दीर्घायु करती है । सबसे पहले जानते हैं हरड़ कैसी होती है। हरड़ का पेड़ सीधा और तना हुआ होता है, इसके पत्ते हल्के पीले या सफ़ेद रंग के होते है । हरड़ 2 तरह की होती है छोटी हरड़ और बड़ी हरड़। आयुर्वेद के अनुसार हरड़ दिमाग को तेज और आखों को लाभ देती है। और शरीर को ताकत और निरोगी बनाती है।

दमा में दे राहत 
जिन लोगों को दमे की परेशानी है वे लोग रात के समय में हरड़ को चूसे। यह थोड़ी कड़वी लगती है इसलिए सेंधा नमक के साथ हरड़ को चूसे।
एसिडिटि और छाती के दर्द में राहत 
यदि एसिडिटि और छाती में दर्द की समस्या से परेशान हो तो हरड़ को चूसे। या आंवले के रस में हरड़ का रस  मिलाकर सेवन करें।
आखों को दे राहत 
आखों में सूजन, लालीमाँ या आखों में दर्द जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए हरड़ का काढ़ा बनाके उसमे पानी मिला लें और इससे आखों को धोना चाहिए। यह आखों की परेशानी दूर करती है। 
बवासीर में उपयोगी हरड़ 
बवासीर को जड़ से खत्म करने के लिए एरंड के तेल में हरड़ को भूने जब वह भूरे रंग की हो जाए उसका चूर्ण बना ले और आधा चम्मच इस चूर्ण को चूसे यह कब्ज दूर करके बवासीर को खत्म करता है।
हरड़ के अन्य लाभ 
1- दातों से हरड़ को चबाने से भूख बढ़ती है। 
2- वात, पित्त, और कफ तीनों दोष हरड़ को भूनकर खाने से दूर होते है। 
3- खाना खाने के साथ हरड़ लेने से इंसान की ताकत बढ़ती है। 
4- हरड़ के इस्तेमाल से जुकाम, नजला, चोट के घाव, अधिक पसीना, आदि की समस्या दूर होती है।
हरड़ आपकी सेहत और लंबी उम्र को बढ़ाने में सहायक होती है। हरड़ आपको कई बीमारियो से बचाती है जितना हो सके हरड़ का इस्तेमाल करना न भूले।


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